हेलो दोस्तों आज इस पोस्ट में हम आपको बताने वाले हैं प्लॉटर क्या है?–Plotter in Hindi अगर आप जानना चाहते हैं पोस्ट क्या है तो आप इस आर्टिकल को पूरा पढ़िए क्योंकि मैंने यह आर्टिकल बहुत ही सरल भाषा में लिखा है अगर आप इसे शुरू से लेकर लास्ट तक पढ़ोगे तो आपको बहुत अच्छे तरह से समझ में आ जाएगा कि प्लास्टर क्या होता है चलिए जानते हैं l
प्लॉटर क्या है?– Plotter in Hindi
प्लॉटर एक आउटपुट डिवाइस है जिसका इस्तेमाल वेक्टर ग्राफ़िक्स को छापने के लिए किया जाता है। दूसरे शब्दों में कहें तो, “प्लॉटर एक हार्डवेयर डिवाइस है जो प्रिंटर की तरह होता है और इसका इस्तेमाल वेक्टर ग्राफ़िक्स को प्रिंट करने के लिए किया जाता है।” प्लॉटर का आकार प्रिंटर की तुलना में बड़ा होता है और यह प्रिंटर की तुलना में महंगा भी बहुत होता है। प्लॉटर का उपयोग आमतौर पर बड़े आकार के नक़्शे (Map), ग्राफ (Graph), पोस्टर (Poster), चित्र (Drawing) और चार्ट (chart) को प्रिंट करने के लिए किया जाता है। इसके साथ साथ यह 3D प्रिंटिंग भी कर सकता है। प्लॉटर का आविष्कार वर्ष 1953 में Remington Rand के द्वारा किया गया था।
प्लॉटर के फायदे– Advantages of Plotter
- बड़े आकार के चित्रों को प्रिंट करने की क्षमता: प्लॉटर बड़े आकार के कागज, प्लास्टिक शीट, लकड़ी, एल्यूमीनियम, और स्टील जैसी सामग्री पर चित्रों को प्रिंट कर सकता है। यह उन व्यवसायों और संगठनों के लिए एक बढ़िया विकल्प है जिन्हें बड़े आकार के पोस्टर, बैनर, या अन्य विज्ञापन सामग्री की आवश्यकता होती है।
- तेज प्रिंटिंग गति: प्लॉटर पारंपरिक प्रिंटर की तुलना में तेज गति से चित्रों को प्रिंट कर सकता है। यह उन व्यवसायों के लिए एक महत्वपूर्ण लाभ है जिन्हें बड़ी मात्रा में चित्रों को जल्दी से प्रिंट करने की आवश्यकता होती है।
- उच्च सटीकता: प्लॉटर उच्च सटीकता के साथ चित्रों को प्रिंट कर सकता है। यह उन व्यवसायों और संगठनों के लिए एक महत्वपूर्ण लाभ है जिन्हें सटीक ग्राफ़िक्स या चित्रों की आवश्यकता होती है।
- उच्च गुणवत्ता वाले ग्राफ़िक्स को प्रिंट करने की क्षमता: प्लॉटर उच्च गुणवत्ता वाले ग्राफ़िक्स को प्रिंट कर सकता है। यह उन व्यवसायों और संगठनों के लिए एक बढ़िया विकल्प है जिन्हें पेशेवर दिखने वाले ग्राफ़िक्स की आवश्यकता होती है।
प्लॉटर के नुकसान – Disadvantages of Plotter
- आकार: प्लॉटर का आकार प्रिंटर की तुलना में काफी बड़ा होता है। इस वजह से इनको रखने के लिए ज्यादा जगह की जरूरत होती है।
- कीमत: प्लॉटर की कीमत प्रिंटर की तुलना में काफी ज्यादा होती है।
- शोर: कुछ प्लॉटर चित्रों को प्रिंट करते समय बहुत ज्यादा शोर करते हैं। इससे यूजर का अनुभव खराब हो सकता है।
- मेंटेनेंस: प्लॉटर को नियमित रूप से मेन्टेन करके रखना पड़ता है। इसमें स्याही का टैंक भरना, पेन बदलना, और अन्य छोटे-मोटे काम शामिल हैं।
- क्वालिटी: सभी प्लॉटर हाई क्वालिटी वाले चित्रों को प्रिंट नहीं करते हैं। कुछ प्लॉटर केवल ब्लैक एंड व्हाइट चित्रों को प्रिंट कर सकते हैं, जबकि अन्य केवल रंगीन चित्रों को प्रिंट कर सकते हैं।
प्लॉटर के प्रकार Types Of plotter
प्लॉटर के निम्नलिखित प्रकार होते हैं:-
- Drum Plotter (ड्रम प्लॉटर)
- Flatbed Plotter (फ्लैटबेड प्लॉटर)
- Inkjet Plotter (इंकजेट प्लॉटर)
- Electrostatic Plotter (इलेक्ट्रोस्टेटिक प्लॉटर)
- Pen Plotter (पेन प्लॉटर)
1. Drum Plotter (ड्रम प्लॉटर)
ड्रम प्लॉटर एक प्रकार का प्लॉटर होता है जो प्रिंटिंग के दौरान पेपर को मूव करने के लिए ड्रम रिवॉल्वर का उपयोग करता है जबकि वास्तविक इसमें लगा पेन प्रिंटिंग करता है। ड्रम प्लॉटर में एक सिलेंडर होता है जिसे ड्रम कहा जाता है। ड्रम को दोनों दिशाओं में घुमाया जा सकता है। प्लॉटर में एक से अधिक पेन होते हैं जिन्हें पेनहोल्डर के माध्यम से ड्रम से जोड़ा जाता है। पेनहोल्डर ड्रम की सतह के लंबवत होते हैं। पेनहोल्डर में स्थित पेन आसानी से बाएं से दाएं और दाएं से बाएं की ओर बढ़ सकते हैं। एक ग्राफ प्लॉटिंग प्रोग्राम पेन और ड्रम के आंदोलन को नियंत्रित करता है।
ड्रम प्लॉटर को रोलर प्लॉटर भी कहा जाता है। ड्रम प्लॉटर पेपर को एक बेलनाकार ड्रम में आगे और पीछे घुमाते हैं, जबकि स्याही वाले पेन बाएं और दाएं की ओर बढ़ते हैं। इन दोनों दिशाओं को मिला देने से, रेखाओं को किसी भी दिशा में खींचा जा सकता है।
ड्रम प्लॉटर का उपयोग आमतौर पर बड़े पैमाने पर इंजीनियरिंग और वास्तुकला ड्राइंग के लिए किया जाता है। वे उच्च गुणवत्ता वाले चित्र उत्पन्न करने में सक्षम हैं, और वे विभिन्न प्रकार की सामग्रियों पर काम कर सकते हैं, जिसमें कागज, फिल्म और प्लास्टिक शामिल हैं।
ड्रम प्लॉटर के कुछ फायदे
- वे उच्च गुणवत्ता वाले चित्र उत्पन्न करने में सक्षम हैं।
- वे विभिन्न प्रकार की सामग्रियों पर काम कर सकते हैं।
- वे बड़े पैमाने पर ड्राइंग के लिए उपयुक्त हैं।
2. Flatbed Plotter (फ्लैटबेड प्लॉटर)
फ्लैटबेड प्लॉटर एक ऐसा प्लॉटर है जो कागज़ को प्रिंट करने के लिए सपाट सतह (flat surface) का इस्तेमाल करता है। फ्लैटबेड प्लॉटर की सतह सपाट होती है। इस सतह पर कागज को रखा जाता है जिसके बाद पेन की मदद से चित्रों और ग्राफ़िक्स को कागज पर प्रिंट कर दिया जाता है।
फ्लैटबेड प्लॉटर का उपयोग मुख्य रूप से जटिल डिज़ाइन, ग्राफ़, चार्ट आदि बनाने के लिए किया जाता है। इन प्लॉटरों को टेबल के ऊपर भी रखा जा सकता है।
फ्लैटबेड प्लॉटर में एक पेन और एक होल्डर होता है। पेन का उपयोग कागज पर रेखाएँ, आकृतियाँ और ग्राफ़िक्स बनाने के लिए किया जाता है। होल्डर पेन को सुरक्षित रूप से प्लॉटर में रखता है।
फ्लैटबेड प्लॉटर में एक से अधिक पेन और पेन होल्डिंग मैकेनिज्म भी हो सकती है। प्रत्येक पेन की स्याही एक अलग ही रंग की होती है। अलग-अलग रंगों के होने से ये मदद करती हैं बहुरंगी डिज़ाइन की दस्तावेज़ उत्पन्न करने में।
फ्लैटबेड प्लॉटर में प्लॉटिंग का क्षेत्र भी परिवर्तनशील होता है। जैसे कि यह A4 से 21’*52′ तक भिन्न होता है।
फ्लैटबेड प्लॉटरों में एक बड़ी क्षैतिज सतह होती है जहाँ कागज को रखा जाता है। यहाँ पर एक ट्रैवलिंग बार रेखाएँ खींचता है कागज के ऊपर जैसे-जैसे ये सतह के पार गति करता है। फ्लैटबेड प्लॉटरों में पेन गति करता है पेज के x और y अक्षों के पार।
फ्लैटबेड प्लॉटर के कुछ फायदे निम्नलिखित हैं:
- ये उच्च गुणवत्ता वाले चित्र और ग्राफ़िक्स उत्पन्न कर सकते हैं।
- ये बड़े आकार के दस्तावेज़ों को प्रिंट कर सकते हैं।
- ये विभिन्न प्रकार की स्याही और पेन का समर्थन कर सकते हैं।
3.Inkjet Plotter (इंकजेट प्लॉटर)
इंकजेट प्लॉटर का कार्य कागज पर स्याही की बूंदे छिड़ककर ग्राफ़िक्स और चित्रों को प्रिंट करना है। यह प्लॉटर एक प्रिंट हेड से जुड़े कई नोजल का उपयोग करके यह कार्य करता है। प्रत्येक नोजल से एक छोटी स्याही की बूंद निकलती है, जिसे कंप्यूटर द्वारा नियंत्रित किया जाता है। कंप्यूटर द्वारा निर्देशित बूंदों की स्थिति और आकार का उपयोग करके, प्लॉटर किसी भी प्रकार का ग्राफ़िक या चित्र प्रिंट कर सकता है।
4. Electrostatic Plotter (इलेक्ट्रोस्टेटिक प्लॉटर)
इलेक्ट्रोस्टैटिक प्लॉटर एक इलेक्ट्रिक क्षेत्र का उपयोग करके कागज पर टोनर को आकर्षित करता है। प्लॉटर में एक कागज रोलर होता है जो कागज को धीरे-धीरे प्लॉटर के माध्यम से ले जाता है। एक इलेक्ट्रोड कागज के ऊपर होता है जो इलेक्ट्रिक क्षेत्र उत्पन्न करता है। एक टोनर प्रिंटर का उपयोग करके, टोनर को इलेक्ट्रोड के माध्यम से कागज पर छिड़का जाता है। जहां इलेक्ट्रिक क्षेत्र होता है, वहां टोनर आकर्षित होता है। प्लॉटर एक पेन का उपयोग करके टोनर को कागज पर स्थानांतरित करता है।
5. Pen Plotter (पेन प्लॉटर)
सही है। पेन प्लॉटर वेक्टर ग्राफिक्स ड्रॉइंग बनाने के लिए उपयोग की जाने वाली एक मशीन है। यह पेन का उपयोग करके कागज पर रेखाएँ खींचता है। पेन प्लॉटर में कई प्रकार की स्याही होती है जो पेन के अंदर भरी होती है। इनका उपयोग ग्राफ़िक्स और चित्रों को अलग-अलग रंगों में प्रिंट करने के लिए किया जाता है।
पेन प्लॉटर उच्च गुणवत्ता वाले ग्राफ़िक्स को प्रिंट करने में सक्षम होते हैं। यह प्लॉटर चित्रों को कागज़, प्लास्टिक जैसी शीटों में प्रिंट कर सकता है। पेन प्लॉटर इलेक्ट्रोस्टेटिक प्लॉटर की तुलना में सस्ते होते हैं और उनकी तुलना में अच्छी क्वालिटी के ग्राफ़िक्स प्रिंट करते हैं।
पेन प्लॉटर के कुछ प्रमुख लाभ
- उच्च गुणवत्ता वाले ग्राफ़िक्स प्रिंट करने में सक्षम
- विभिन्न प्रकार की स्याही का उपयोग करके विभिन्न रंगों में प्रिंट करने में सक्षम
- कागज़, प्लास्टिक जैसी शीटों में प्रिंट करने में सक्षम
- इलेक्ट्रोस्टेटिक प्लॉटर की तुलना में सस्ते
प्लॉटरकेअनुप्रयोग– Applications of Plotter
प्लॉटर एक प्रकार का कंप्यूटर आउटपुट डिवाइस है जो वेक्टर ग्राफिक्स और चित्रों को उच्च रिज़ॉल्यूशन पर प्रिंट करने के लिए उपयोग किया जाता है। प्लॉटर का उपयोग विभिन्न प्रकार के अनुप्रयोगों में किया जाता है, जिनमें शामिल हैं:
- CAD और CAM: प्लॉटर का उपयोग कंप्यूटर एडेड डिज़ाइन (CAD) और कंप्यूटर एडेड मैन्युफैक्चरिंग (CAM) में किया जाता है। CAD में, प्लॉटर का उपयोग इंजीनियरिंग ड्रॉइंग, मानचित्र और अन्य तकनीकी दस्तावेजों को प्रिंट करने के लिए किया जाता है। CAM में, प्लॉटर का उपयोग मशीनिंग निर्देशों को प्रिंट करने के लिए किया जाता है।
- ग्राफ़िक डिज़ाइन: प्लॉटर का उपयोग ग्राफ़िक डिज़ाइनरों द्वारा पोस्टर, बैनर, लोगो और अन्य ग्राफ़िक्स को बनाने के लिए किया जाता है। प्लॉटर उच्च गुणवत्ता वाले वेक्टर ग्राफिक्स को प्रिंट करने में सक्षम होते हैं जो उच्च रिज़ॉल्यूशन और सटीकता प्रदान करते हैं।
- विज्ञापन: प्लॉटर का उपयोग विज्ञापन एजेंसियों द्वारा पोस्टर, बैनर और अन्य विज्ञापन सामग्री को प्रिंट करने के लिए किया जाता है। प्लॉटर बड़े आकार के ग्राफिक्स को प्रिंट करने में सक्षम होते हैं जो आकर्षक और प्रभावी होते हैं।
- शिक्षा: प्लॉटर का उपयोग शिक्षा में पाठ्यपुस्तकों, चार्ट और अन्य शैक्षिक सामग्री को प्रिंट करने के लिए किया जाता है। प्लॉटर उच्च गुणवत्ता वाले ग्राफिक्स को प्रिंट करने में सक्षम होते हैं जो छात्रों को सीखने में मदद कर सकते हैं।
प्लॉटर का उपयोग
प्लॉटर एक प्रकार का प्रिंटर है जो बड़े आकार के ग्राफिक चित्रों को मुद्रित करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह चित्रों को लाइन-बाय-लाइन प्रिंट करके बनाता है और उच्च रिज़ोल्यूशन और दृश्यता की सुविधा प्रदान करता है।
प्लॉटर का उपयोग विभिन्न उद्योगों में किया जाता है, जैसे अभियांत्रिकी, वास्तुकला, नक्शा तैयारी, टेक्सटाइल उद्योग, उच्च रिज़ोल्यूशन छाप, और अन्य जगहों पर जहां बड़े और विस्तृत चित्रों की आवश्यकता होती है।
प्लॉटर के कुछ प्रमुख उपयोग
- आर्किटेक्चरल प्लान बनाना: प्लॉटर का उपयोग बिल्डिंग के आर्किटेक्चरल प्लान बनाने के लिए किया जाता है। प्लॉटर द्वारा बनाए गए प्लान बहुत ही सटीक और विस्तृत होते हैं, और इन्हें निर्माण के लिए उपयोग किया जाता है।
- CAD अनुप्रयोग: प्लॉटर का उपयोग CAD अनुप्रयोगों में भी किया जाता है। CAD अनुप्रयोगों का उपयोग मशीनरी, उपकरण, और अन्य उत्पादों को डिज़ाइन करने के लिए किया जाता है। प्लॉटर द्वारा बनाए गए डिज़ाइन बहुत ही सटीक और विस्तृत होते हैं, और इन्हें निर्माण के लिए उपयोग किया जाता है।
- इंजीनियरिंग अनुप्रयोग: प्लॉटर का उपयोग विभिन्न प्रकार के इंजीनियरिंग अनुप्रयोगों में किया जाता है। उदाहरण के लिए, प्लॉटर का उपयोग बिजली के सर्किट, हाइड्रोलिक सिस्टम, और अन्य इंजीनियरिंग डिज़ाइनों को बनाने के लिए किया जाता है।
प्लॉटर कैसे काम करता है
प्लॉटर का संचालन कंप्यूटर के निर्देशों पर आधारित होता है। कंप्यूटर प्लॉटर को निर्देश भेजता है कि पेपर पर कहाँ और क्या खींचा जाए। प्लॉटर इन निर्देशों को निष्पादित करने के लिए अपने यांत्रिक घटकों का उपयोग करता है।
फ्लैटबेड प्लॉटर में, पेन को नियंत्रित करने के लिए दो मुख्य यांत्रिक घटक होते हैं:
- जॉबस्टिक: यह पेन को ऊपर और नीचे ले जाता है।
- ट्रैकिंग इंजन: यह पेन को दाएं और बाएं ले जाता है।
ड्रम प्लॉटर में, पेन को नियंत्रित करने के लिए एक मुख्य यांत्रिक घटक होता है:
- ड्रम ड्राइव: यह ड्रम को घुमाता है।
प्लॉटर के पेन आमतौर पर काले, नीले, लाल और हरे रंग के होते हैं। कुछ प्लॉटर में कई रंगों के पेन होते हैं, जिससे विभिन्न रंगों में ग्राफिक प्रिंट करना संभव होता है।
प्लॉटर का अविष्कार किसने किया?
प्लॉटर का आविष्कार 1953 में Remington-Rand कंपनी द्वारा किया गया था। इसका उपयोग UNIVAC कंप्यूटर के साथ संयोजन में किया जाता था। इस प्लॉटर का नाम “UNISERVO 1000” था। यह एक ड्रम प्लॉटर था जिसमें एक पेन होता था जो एक घूमने वाले ड्रम पर चलता था। इस प्लॉटर का उपयोग इंजीनियरिंग ड्राइंग बनाने के लिए किया जाता था।
इसके बाद, 1957 में, IBM ने “IBM 1230 Plotter” नामक एक फ्लैटबेड प्लॉटर का आविष्कार किया। यह प्लॉटर अधिक सस्ता और उपयोग में आसान था। इसके बाद, 1960 के दशक में, प्लॉटर की तकनीक में काफी प्रगति हुई। प्लॉटर अधिक सस्ते और अधिक सटीक हो गए।
प्लॉटर और प्रिंटर के बीच अंतर – Difference between Printer & Plotter
प्लॉटर:
- यह DWG, CDR, AI जैसी फ़ाइलें पढ़ सकता है।
- यह लाइन को continuous (निरंतर) खींच सकता है।
- यह महंगे होते हैं।
- यह धीमी गति से कार्य करता है।
- इसमें एडोब इलस्ट्रेटर, कोरल, फ्लेक्सी और सीएडी जैसे सॉफ्टवेयर शामिल है।
- इसके लोकप्रिय उदाहरण हैं: Drum Plotter, Flatbed Plotter, Pen Plotter, Inkjet आदि।
प्रिंटर:
- यह BMP, PDF और JPG, और TIFF जैसी फाइलों को पढ़ सकता है।
- यह लाइन को continuous नहीं खींच सकता है।
- यह सस्ते होते हैं।
- यह तेज गति से कार्य करता है।
- इसमें इमेज एडिटिंग सॉफ्टवेयर शामिल होते हैं।
- इसके लोकप्रिय उदाहरण हैं: लेजर प्रिंटर, सॉलिड इंक प्रिंटर, एलईडी प्रिंटर आदि।
इस प्रकार, प्लॉटर और प्रिंटर दोनों अपनी विशेषताओं के आधार पर अलग-अलग कार्यों के लिए उपयुक्त हो सकते हैं।
FAQ – पूछे जाने वाले प्रश्न
1 प्लॉटर क्या है?
प्लॉटर एक डिवाइस है जो कंप्यूटर से जुड़ा होता है और इसका उद्देश्य चित्र या ग्राफिक्स को पेपर या अन्य सत्र के साथ मुद्रित करना है। यह उपयोगकर्ताओं को विभिन्न प्रकार के चित्र, डायाग्राम, और अन्य ग्राफिकल प्रतिरूपों को बनाने में मदद करता है।
2. प्लॉटर और प्रिंटर में अंतर क्या है?
प्रिंटर और प्लॉटर दोनों ही डिवाइस हैं जो डेटा को पेपर पर प्रिंट करते हैं, लेकिन उनमें एक अंतर है। प्रिंटर आमतौर पर टेक्स्ट और साधारित ग्राफिक्स को प्रिंट करने के लिए होता है, जबकि प्लॉटर बड़े आकार के ग्राफिक्स और चित्रों को प्रिंट करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
3. प्लॉटर की देखभाल में कौन-कौन सी बातें ध्यान में रखनी चाहिए?
प्लॉटर की देखभाल में कई बातें महत्वपूर्ण हैं, जैसे कि प्रिंट हेड की सफाई, सही पेपर और इंक का उपयोग, ड्राइवर सॉफ़्टवेयर की अपडेट, और सही तरीके से सेटअप करना। इन बातों का ध्यान रखकर प्लॉटर को सही तरह से चलाएं और उसका उपयोग दी जाए ताकि बेहतरीन परिणाम मिलें।
Conclustion
दोस्तों उम्मीद करता हूं आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा होगा क्योंकि मैं इस आर्टिकल में आपको बताया है कि प्लास्टर क्या है प्लास्टर के फायदे और नुकसान क्या है अप कितने प्रकार का होता है क्योंकि मैं इस आर्टिकल में आपको हर एक चीज बता दी है उम्मीद करता हूं आर्टिकल आपको बहुत ही अच्छा लगा होगा अगर अच्छा लगा हो तो इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शेयर करना।