Analog Computer Kya Hai: आज के इस पोस्ट में हम बताने वाले हैं कि एनालॉग कंप्यूटर क्या है l
Analog Computer Kya Hai?
दोस्तों आज का युग कंप्यूटर का युग कहा जाता है आज दौर में हर कोई कंप्यूटर ऑपरेटर बनना चाहता है वह कंप्यूटर ऑपरेटर बनने के लिए उसको कंप्यूटर की जानकारी होना बहुत जरूरी है तो मैं आपकी इस post में आपको कंप्यूटर की जानकारी दूंगा जिसमें हम बात करेंगे एनालॉग कंप्यूटर की कंप्यूटर तीन प्रकार के होते हैं जिसमें हम एनालॉग कंप्यूटर डिजिटल कंप्यूटर और हाइब्रिड कंप्यूटर है l
लेकिन एनालॉग कंप्यूटर भी तीन प्रकार के होते हैं तो आज की इस post में इसी बारे में बात करते हैं तो एनालॉग कंप्यूटर को पार करने के आधार पर तीन भागों में बांटा गया है एनालॉग कंप्यूटर वह कंप्यूटर है जो हमारी भौतिक मात्रा को मापता है जैसे की तापमान को और दांत गति लंबाई तथा चौड़ाई को एनालॉग कंप्यूटर के द्वारा मापा जाता है एनाला कंप्यूटर का इस्तेमाल मुख्य रूप से वैज्ञानिक तथा इंजीनियर करते हैं l
अगर हम एनालॉग कंप्यूटर को घर और ऑफिस के कार्यों में इस्तेमाल करें, तो हम एनालॉग सिग्नल के रूप में इनपुट देते हैं। एनालॉग कंप्यूटर आउटपुट सिग्नल को रिकॉर्ड नहीं करता है बल्कि सीधे हमारे सामने आउटपुट प्रस्तुत करता है। इसमें मेमोरी नहीं होती अर्थात पहले वाले डेटा को स्टोर नहीं करता है।
- Thermometer (थर्मामीटर): यह तापमान को मापने के लिए एनालॉग कंप्यूटर का एक अच्छा उदाहरण है। यह शरीर के तापमान को मापता है और एनालॉग सिग्नल के रूप में प्रदर्शित करता है।
- Speedometer (स्पीडोमीटर): यह गाड़ी की गति को मापता है और उसे एनालॉग सिग्नल के रूप में प्रदर्शित करता है।
- Seismometer (साइज़्मोमीटर): यह भूकंप की तीव्रता को मापता है और एनालॉग सिग्नल के रूप में दर्ज करता है।
उदाहरण के लिए
आप थर्मामीटर को ले सकते हैं बुखार मापने के लिए थर्मामीटर में काम में लिया जाता है थर्मामीटर पहले वाले तापमान को स्टोर करके नहीं रखता है जैसे कि डॉक्टर थर्मामीटर का इस्तेमाल करते हैं लेकिन जो पहले वाला पेशेंट था उसका बुखार चेक करने के बाद जो दूसरा वाला पेशेंट है l
उसका बुखार चेक करेंगे तो जो उसका पहले का तापमान था वह यहां से स्टोर से हट जाता है यानी कि इसमें मेमोरी नहीं होती है एनालॉग कंप्यूटर डाटा पर काम करने के लिए बनाया जाता है l
Analog Computer का मतलब होता है कंटीन्यूअस डाटा अगर हम कंटिन्यू टू हिंदी में ट्रांसलेट करें तो इसका मतलब होता है लगातार एनालॉग कंप्यूटर जो है कंटीन्यूअस रिजल्ट दिखाते हैं l
जैसे-जैसे में और इसमें और कुछ सिग्नल भी चेंज होता रहता है उदाहरण के लिए मान लीजिए जैसे-जैसे अब वैसे-वैसे इसका जो है जाएगा और हमें कुछ करने की जरूरत भी नहीं है हवाई जहाज में भी एनालॉग कंप्यूटर का ही इस्तेमाल किया जाता है l
एनालॉग कंप्यूटर कितने प्रकार के होते हैं
एनालॉग कंप्यूटर को कई भागों में बांटा गया है इलेक्ट्रॉनिक एनालॉग कंप्यूटर एनालॉग कंप्यूटर वह कंप्यूटर है जिसके द्वारा हम विद्युत धारा काम में ली जाती है इलेक्ट्रॉनिक एनालॉग कंप्यूटर कहलाता है l
इस प्रकार का जो कंप्यूटर है उसका उपयोग विद्युत धारा को मॉल में करके द्वारा मापने में किया जाता है और जो आपके घरों में मीटर लगा हुआ होता है बिजली वाला उसमें भी कंप्यूटर जो है एनालॉग कंप्यूटर का जो इलेक्ट्रॉन एनालॉग कंप्यूटर है उसका इस्तेमाल किया जाता है l
यहां पर सेकंड नंबर पर बात करते हैं मैकेनिक एनालॉग कंप्यूटर की मैकेनिक एनालॉग कंप्यूटर है यह विशेष रूप से गाड़ी और जो मोटरबाइक हैं और इन मानव में प्रयोग किया जाता है l
यह कंप्यूटर पहिए के जो वुडन के कारण गाड़ी के ऑडोमीटर में किलोमीटर मैकेनिक एनालॉग कंप्यूटर के द्वारा ही मापा जाता है किसी भी वस्तु के गुड्डन गति के मापने को मैकेनिक का एनालॉग कंप्यूटर का प्रयोग किया जाता है हर नंबर पर है यहां पर एनालॉग डिजिटल कंप्यूटर यह एक ऐसा कंप्यूटर है l
जिसमें इनपुट एनालॉग के रूप में तथा आउटपुट डिजिटल रूप में होता है एनालॉग कंप्यूटर जो है कहलाता है ऐसे कंप्यूटर भी कह सकते हैं पेट्रोल पंप पर लगी हुई मशीन देखी होगी जो एक एनालॉग डिजिटल कंप्यूटर का ही उदाहरण है इस मशीन में इनपुट के रूप में सरल पेट्रोल या डीजल तथा आउटपुट के रूप में जो है l
Slide Rule स्लाइड रूल
स्लाइड रूल एक प्रकार का एनालॉग कंप्यूटर है जिसे 17 वीं शताब्दी की शुरुआत में विलियम ओट्रेड ने विकसित किया था।
प्रारंभिक समय में इसका उपयोग गुणा (multiplication) और भाग (division) के लिए किया जाता था। यह एक प्रकार का मैकेनिकल कंप्यूटर भी है जिसका उपयोग गणितीय गणना के लिए किया जाता है।
यह कंप्यूटर पूरा सटीक परिणाम नहीं बताता बल्कि यह एक अनुमानित परिणाम बताता है।
Differential Analysers विभेदक विश्लेषक
यह एक प्रकार का एनालॉग कंप्यूटर है जिसका उपयोग अवकल समीकरण (differential equations) को हल करने के लिए किया जाता है।
इस कंप्यूटर को 1930 के दशक में वैनीवर बुश और हैरोल्ड हेजेन ने विकसीत किया था। डिफरेंशियल एनालाइजर्स कंप्यूटर का आकार अन्य कंप्यूटर की तुलना में बड़ा होता था और यह अधिक विश्वसनीय होते थे। यह कंप्यूटर डेटा को प्रोसेस करने के लिए यांत्रिक व्यवस्था का उपयोग करते हैं।
1. एनालॉग कंप्यूटर की परिभाषा (Definition of Analog Computer)
एनालॉग कंप्यूटर एक ऐसा कंप्यूटर है जो continuous data को process करता है। इसका मतलब है कि ये data को एक continuous form में लेते हैं और उसे calculations के माध्यम से transform करते हैं। ये विभिन्न physical quantities जैसे कि voltage, resistance, और current का उपयोग करके काम करते हैं।
2. एनालॉग कंप्यूटर का इतिहास (History of Analog Computers)
एनालॉग कंप्यूटर का इतिहास प्राचीन काल से ही शुरू होता है। सबसे पुराना ज्ञात analog device है Antikythera Mechanism जिसे लगभग 100 BC में बनाया गया था। इसके बाद, 20वीं शताब्दी में एनालॉग कंप्यूटर का व्यापक रूप से उपयोग हुआ, विशेष रूप से द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान।
शुरुआती एनालॉग कंप्यूटर
- Antikythera Mechanism: यह पहला ज्ञात एनालॉग उपकरण था जिसे ग्रीक खगोलविदों ने ग्रहों की स्थिति की गणना के लिए इस्तेमाल किया।
- Differential Analyzer: 1927 में Vannevar Bush ने Differential Analyzer का निर्माण किया जो differential equations को हल करने के लिए एक प्रमुख एनालॉग कंप्यूटर था।
3. एनालॉग कंप्यूटर के कार्य (How Analog Computers Work)
एनालॉग कंप्यूटर continuous signals पर काम करते हैं। इसके पीछे का सिद्धांत यह है कि real-world quantities, जैसे कि speed, temperature, और pressure को electrical signals में परिवर्तित किया जा सकता है। फिर ये signals mathematical operations जैसे addition, subtraction, multiplication, और integration द्वारा processed किए जाते हैं।
एनालॉग कंप्यूटर की प्रमुख प्रक्रियाएँ:
- Input: Physical quantities जैसे कि temperature या speed को electrical signals में बदला जाता है।
- Processing: इन electrical signals को विभिन्न mathematical functions के रूप में process किया जाता है।
- Output: अंत में, result को एक continuous output signal के रूप में दिखाया जाता है।
4. एनालॉग कंप्यूटर के प्रकार (Types of Analog Computers)
एनालॉग कंप्यूटर विभिन्न प्रकार के होते हैं। नीचे कुछ प्रमुख प्रकार दिए गए हैं:
4.1. Mechanical Analog Computer
यह कंप्यूटर mechanical parts, जैसे कि gears और levers का उपयोग करते हैं। यह मशीन physical motion का उपयोग करती है, जैसे कि rotational motion, और इसे mathematical calculations में परिवर्तित करती है।
4.2. Electrical Analog Computer
यह सबसे सामान्य प्रकार के एनालॉग कंप्यूटर हैं। यह electrical circuits और components जैसे कि resistors, capacitors, और amplifiers का उपयोग करते हैं।
4.3. Hydraulic Analog Computer
इस प्रकार के एनालॉग कंप्यूटर fluids और pressure का उपयोग करते हैं। यह खासकर industrial settings में उपयोग होते हैं, जहाँ fluid dynamics को समझने की आवश्यकता होती है।
5. एनालॉग कंप्यूटर के उपयोग (Uses of Analog Computers)
हालांकि आजकल डिजिटल कंप्यूटरों का अधिक उपयोग होता है, फिर भी एनालॉग कंप्यूटर कुछ विशेष क्षेत्रों में बहुत उपयोगी हैं। एनालॉग कंप्यूटर का उपयोग मुख्यतः निम्नलिखित क्षेत्रों में किया जाता है:
5.1. Scientific Research
विज्ञान के कई क्षेत्रों में analog computers का उपयोग किया जाता है, विशेष रूप से physics और engineering में, जहाँ continuous signals को process करने की आवश्यकता होती है।
5.2. Military Applications
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, एनालॉग कंप्यूटर का उपयोग military operations में किया गया, खासकर weapons trajectories को निर्धारित करने के लिए।
5.3. Aeronautics
विमानों के design और testing में एनालॉग कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है। यह flight simulators और control systems में भी मदद करते हैं।
5.4. Engineering
एनालॉग कंप्यूटर का उपयोग fluid dynamics, thermal systems और अन्य continuous systems के simulation के लिए किया जाता है।
6. एनालॉग कंप्यूटर के लाभ (Advantages of Analog Computers)
एनालॉग कंप्यूटर के कई लाभ हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख लाभ निम्नलिखित हैं:
6.1. Continuous Data Processing
एनालॉग कंप्यूटर continuous data को process कर सकते हैं, जो कि डिजिटल कंप्यूटर के लिए संभव नहीं है।
6.2. Real-Time Operation
एनालॉग कंप्यूटर real-time operation के लिए ideal होते हैं। इनका उपयोग ऐसे मामलों में किया जा सकता है जहाँ तुरंत परिणाम की आवश्यकता होती है।
6.3. Complex Calculations
एनालॉग कंप्यूटर complex differential equations को आसानी से हल कर सकते हैं। यह विशेष रूप से scientific research और engineering में उपयोगी होता है।
7. एनालॉग कंप्यूटर की सीमाएँ (Limitations of Analog Computers)
हालांकि एनालॉग कंप्यूटर के कई फायदे हैं, लेकिन इनके कुछ सीमाएँ भी हैं:
7.1. Accuracy की कमी
एनालॉग कंप्यूटर की accuracy डिजिटल कंप्यूटर जितनी अच्छी नहीं होती। क्योंकि यह continuous signals पर निर्भर होते हैं, इसलिए signals में noise या distortion accuracy को प्रभावित कर सकता है।
7.2. Limited Flexibility
एनालॉग कंप्यूटर को विशेष कार्यों के लिए डिजाइन किया जाता है, जिससे इन्हें हर प्रकार के कार्यों के लिए उपयोग करना मुश्किल होता है।
7.3. Storage की कमी
एनालॉग कंप्यूटर के पास डेटा स्टोर करने की क्षमता सीमित होती है, जबकि डिजिटल कंप्यूटर बड़ी मात्रा में डेटा स्टोर कर सकते हैं।
8. एनालॉग कंप्यूटर vs डिजिटल कंप्यूटर (Analog vs Digital Computers)
आजकल डिजिटल कंप्यूटरों का अधिक उपयोग हो रहा है, लेकिन एनालॉग कंप्यूटर कुछ मामलों में डिजिटल कंप्यूटरों से बेहतर हो सकते हैं।
8.1. Analog Computers
- Continuous data process करते हैं।
- Real-time calculations के लिए बेहतर होते हैं।
- High speed में काम करते हैं लेकिन accuracy में कमी हो सकती है।
8.2. Digital Computers
- Discrete data को process करते हैं।
- Storage capacity और accuracy बहुत अच्छी होती है।
- Versatile होते हैं और कई प्रकार के कार्य कर सकते हैं।
9. भविष्य में एनालॉग कंप्यूटर (The Future of Analog Computers)
हालांकि डिजिटल कंप्यूटरों का उपयोग बढ़ता जा रहा है, फिर भी एनालॉग कंप्यूटर का उपयोग कुछ खास क्षेत्रों में बना रहेगा। Quantum computing और neuromorphic computing जैसे नए क्षेत्रों में एनालॉग सिद्धांतों का उपयोग हो सकता है।
निष्कर्ष
दोस्तों हमने इस आर्टिकल में जाना की Analog Computer क्या होता है क्योंकि बहुत सारे लोगों को कमेंट आया था कि सर मुझे एनालॉग कंप्यूटर के बारे में बताइए कितने प्रकार का होता है तो मैं इस आर्टिकल को आपके लिए बनाया है उम्मीद करता हूं आपने इस आर्टिकल को पूरा पढ़ होगा धन्यवाद l