Secondary Memory क्या है: दोस्तों आज इस आर्टिकल में हम बताने वाले हैंकी सेकंड मेमोरी क्या होती है मैंने सेकंड मेमोरी के बारे में बहुत डिटेल से इस में आर्टिकल में बताया है तो इस आर्टिकल को आपको पूरा पढ़ना है आपको सेकंड मेमोरी के बारे में पूरा डिटेल बाय डिटेल समझाया है तो इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको दूसरा आर्टिकल पढ़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
Secondary Memory क्या है?
अब बात करते हैं Secondary Memory के बारे में सेकेंडरी मेमोरी क्या होता है कितने टाइप्स का होता है हमारे कंप्यूटर सिस्टम में इसका क्या USE है तो कंप्यूटर मेमोरी का यह भी बहुत इंपॉर्टेंट टॉपिक है ठीक है तो चलिए सबसे पहले सेकेंडरी मेमोरी के बारे में बताता हूं कि यह होता क्या है सेकेंडरी मेमोरी IS ALSO NONE ऑग्ज़ीलियरी मेमोरी सेकेंडरी मेमोरी को ही हम ऑग्ज़ीलियरी मेमोरी कहते हैं.
इस सेकंड name को आप थोड़ा याद रखना एग्जाम में इसी नाम से क्वेश्चन पूछता है ठीक है और इस यूज्ड टू स्टोर डाटा एंड प्रोग्राम्स परमानेंटली Secondary Memory क्या करता है जो भी डाटा या फिर प्रोग्राम्स आप इसमें स्टोर करते हुए उसे परमानेंटली स्टोर करके रख लेता हैइन थिस मेमोरी डाटा एंड प्रोग्रामस अरे रिटेंड व्हेन द पावर इस टर्न्ड ऑफ मान लीजिए अपने अपने कंप्यूटर सिस्टम का पावर ऑफ कर दिया लेकिन आपने जो डाटा इसमें से करा था आप उसे डाटा को बाद में रिटेन कर सकते हो यही एडवांटेज होता है.
Secondary Memory का जो की प्राइमरी में नहीं है इसीलिए सेकेंडरी मेमोरी का नेचर होता है नॉन वोलेटाइल नॉन वोलेटाइल का मतलब ही होता है कि लाइफटाइम स्टोर है ठीक है जब तक आप डिलीट नहीं करेंगे वह रहेगा तो अगर एग्जाम में पूछ दे तो आपको से यही लिखना है और कोई भी अगर आपसे पूछ दे तो आपको से वही बोलना भी है यही वाला चीज ठीक है
सेकेंडरी मेमोरी कितने टाइप की होती हैं?
Secondary Memory का सबसे पहले टाइप होता है मैग्नेटिक डिस्क उसके बाद हार्ड डिस्क ड्राइव उसके बाद हमारा एसडी एफडीडी कद और पेन ड्राइव तो सबसे पहले चलिए मैं आपको मैग्नेटिक डिस्क के बारे में बताता हूं कि इसका क्या काम हैमैग्नेटिक डिस्क ठीक है यूट्यूब पर हाय स्टोरेज कैपेसिटी मैग्नेटिक डिस्क जो है हमें बहुत ज्यादा स्टोरेज कैपेसिटी देता है.
रिलायबिलिटी एंड द कैपेसिटी तो डायरेक्टली एक्सेस स्टोर्ड डाटा मैग्नेटिक डिस्क के पास इतना कैपेसिटी होता है कि इसमें जो डाटा स्टोर करके रखा है.यह उसे डायरेक्टली एक्सेस कर सकता है ठीक है यानी कंप्यूटर सिस्टम के किसी भी पार्ट के दाता कोई डायरेक्टली एक्सेस कर सकता है इसके पास एक कैपेसिटी होता है यही इसका एडवांटेज भी है.
Secondary Memory की महत्वपूर्ण भूमिकाहार्ड डिस्क (Hard Disk Drive – HDD): हार्ड डिस्क एक बड़ा स्थायी डिस्क होता है जिसमें डेटा को बहुत अधिक धारणा की जा सकती है। यह कंप्यूटर के आंतरिक डेटा संग्रहण के लिए उपयोग होता है।
सीडी (Compact Disc): सीडी एक प्लेटिनम डिस्क होता है जिसमें डेटा ओप्टिकल रूप से रेकॉर्ड किया जा सकता है। यह वीडियो ऑडियो और डेटा को संग्रहित करने के लिए उपयोग होता है।
डीवीडी (Digital Versatile Disc): डीवीडी भी सीडी की तरह होता है, लेकिन इसमें अधिक डेटा रेकॉर्ड किया जा सकता है। यह वीडियो ऑडियो, और डेटा को संग्रहण के लिए प्रयुक्त होता है।
USB ड्राइव्स: USB ड्राइव्स पोर्टेबल और छोटे संग्रहण डिवाइस होते हैं जो कंप्यूटर के USB पोर्ट से जुड़ते हैं। इनमें डेटा को संग्रहित किया जा सकता है और उन्हें आसानी से अन्य कंप्यूटरों के साथ साझा किया जा सकता है।
फ्लैश ड्राइव्स भी पोर्टेबल संग्रहण डिवाइस होते हैं जिनमें डेटा को फ्लैश मेमोरी के माध्यम से संग्रहित किया जाता है। ये छोटे प्रयासकर और पोर्टेबल होते हैं जो इन्हें बेहद लोकप्रिय बनाता है।
हार्ड डिस्क क्या होता है?
कैपेसिटी होता है यही इसका एडवांटेज भी है अब हार्ड डिस्क के बारे में जानते हैं की हार्ड डिस्क ड्राइव क्या होता है एचडीडी जिसका शार्ट नाम है it is a hard advantese डिवाइस था ऑफर्स वेरी लार्ज स्टोरेज कैपेसिटी इन द टीवी रेंज एचडीडी क्या करता है यानी हार्ड डिस्क ड्राइव में बहुत ज्यादा स्टोरेज कैपेसिटी प्रोवाइड करता है टीवी के रेंज में टीवी का मतलब तेरा भाई ठीक है अगर आप कोई लैपटॉप या कंप्यूटर करने जाते होंगे तो आप सबसे पहले यही देखते होंगे उसमें कितना हार्ड डिस्क है उसके बाद अभी देखी सड सड का पूरा नाम है.
सॉलिड स्टेट ड्राइव ठीक है इसका क्या एडवांटेज है द मेजर एडवांटेज ऑफ़ एसएसटी ओवर एचडीडी एचडीडी के मुकाबले एसडी के एडवांस एडवांटेज आपके लिए इस फास्ट एक्सेस टाइम लेस पावर कंजप्शन एंड मान्य मोर एसडी क्या करता है इसका एक्सेसिंग टाइम बहुत ज्यादा फास्ट होता है इसमें अगर आप कोई डाटा एक्सेस करना चाहो तो बहुत जल्दी कर सकते होयह पावर बहुत कम लेता है और ही बहुत सारे इसके फीचर्स है ठीक है आजकल एसडी भी बहुत इंपोर्टेंट होता है.
फ्लॉपी डिस्क डिवाइस क्या होता है?
फ्लॉपी डिस्क डिवाइस एक प्रकार की CUMPUTER डेटा स्टोरेज डिवाइस होता है जिसका प्राथमिक उद्देश्य डेटा संग्रहण और प्रक्षेपण करना होता है। यह डिवाइस प्राचीन कंप्यूटर प्रणालियों में आम था, लेकिन आजकल यह बहुत ही पुराना और प्राचीन हो गया है और इसका उपयोग अधिकांश संगठनों और उपयोगकर्ताओं द्वारा नहीं किया जाता है।
फ्लॉपी डिस्क डिवाइस एक छोटा प्लास्टिक डिस्क होता था जिसमें डेटा संग्रहित होता था, और यह कंप्यूटर के फ्लॉपी ड्राइव में डालकर उसका उपयोग करने के लिए था। यह डिवाइस आमतौर पर 3.5 इंच के आकार का होता था और डेटा को केवल कुछ मेगाबाइट्स तक ही स्टोर कर सकता था।
सेकेंडरी मेमोरी का मतलब क्या है?
Secondary Memory का मतलब होता है कंप्यूटर के एक प्रकार की मेमोरी जो डेटा को स्थायी रूप से संग्रहित करने और पुनर्चयन करने के लिए उपयोग की जाती है। इसे द्वितीयक मेमोरी भी कहा जाता है और यह कंप्यूटर मेमोरी के मुख्य श्रेणी में आता है जिसमें कंप्यूटर के डेटा और जानकारी को सुरक्षित रूप से रखा जाता है। सेकेंडरी मेमोरी कंप्यूटर के मानक मेमोरी जैसे कि RAM (Random Access Memory) से अलग होती है जो केवल अस्थायी डेटा संग्रहण के लिए होती है।
Secondary Memory का प्रमुख उद्देश्य डेटा को दीर्घकालिक रूप से संग्रहित करना है, जिससे डेटा को बिना गुम किए रखा जा सके और जब आवश्यकता हो, तो इसे पुनः प्राप्त किया जा सके। सेकेंडरी मेमोरी कई रूपों में हो सकती है, जैसे कि हार्ड डिस्क, सीडी डीवीडी USB ड्राइव्स फ्लैश ड्राइव्स और कैसेट्स। इन माध्यमों के माध्यम से कंप्यूटर डेटा को सुरक्षित रूप से संग्रहित करके रख सकता है और इसे बिना बिगड़े दौरे किये पुनः प्राप्त कर सकता है।
प्रमुख तरह की सेकेंडरी मेमोरी कौन-कौन सी होती हैं?
हार्ड डिस्क (Hard Disk Drive – HDD): हार्ड डिस्क कंप्यूटर के प्रमुख सेकेंडरी मेमोरी डिवाइस में से एक होती है। यह एक अंतर्निहित संग्रहण डिवाइस होती है जिसमें डेटा को दीर्घकालिक रूप से संग्रहित किया जाता है। हार्ड डिस्क ड्राइव विभिन्न क्षमताओं में उपलब्ध होती है और यह कंप्यूटर के ऑपरेटिंग सिस्टम और अन्य सॉफ़्टवेयर को स्थापित करने और डेटा संग्रहित करने के लिए उपयोग होती है।
सीडी (Compact Disc): सीडी एक ओप्टिकल डिस्क होता है जिसमें डेटा को एक ओप्टिकल ड्राइव के माध्यम से पढ़ा और लिखा जाता है। यह विभिन्न प्रकार के सीडी, जैसे कि CD-ROM, CD-R और CD-RW में उपलब्ध होते हैं और इनका प्रयोग डेटा संग्रहण और डेटा साझा करने के लिए किया जाता है।डीवीडी (Digital Versatile Disc): डीवीडी भी एक ओप्टिकल डिस्क होता है जो सीडी के समान होता है, लेकिन इसमें अधिक डेटा संग्रहित किया जा सकता है। इसका उपयोग वीडियो ऑडियो और डेटा के लिए किया जाता है।
USB ड्राइव्स: USB ड्राइव्स छोटे पोर्टेबल संग्रहण डिवाइस होते हैं जिनमें डेटा को संग्रहित किया जा सकता है। ये पोर्टेबल होते हैं और कंप्यूटर के USB पोर्ट से जुड़ते हैं, जिससे उनमें संग्रहित डेटा को आसानी से पहुँचा जा सकता है।फ्लैश ड्राइव्स: फ्लैश ड्राइव्स भी पोर्टेबल संग्रहण डिवाइस होते हैं जो फ्लैश मेमोरी का उपयोग करके डेटा को संग्रहित करते हैं। ये छोटे होते हैं और कंप्यूटर के USB पोर्ट से जुड़ते हैं।
सेकेंडरी मेमोरी के बदलते युग में उपयोग
सेकेंडरी मेमोरी डिवाइस, जैसे कि USB ड्राइव्स और नेटवर्क डिस्क को डेटा को आसानी से अन्य उपयोगकर्ताओं के साथ साझा करने के लिए उपयोग किया जा सकता है। यह कॉलेबोरेशन और डेटा साझा करने में मदद करता है।सेकेंडरी मेमोरी डिवाइस डेटा के बैकअप के लिए भी उपयोगी होते हैं। इनका उपयोग डेटा की सुरक्षा बढ़ाने और उपयोगकर्ताओं के लिए डेटा पुनर्प्राप्त करने के लिए किया जाता है।
सेकेंडरी मेमोरी कैचिंग के रूप में भी उपयोग हो सकता है, जिससे कंप्यूटर के प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए डेटा को तेजी से एक्सेस किया जा सकता है।स्मार्टफोन टैबलेट, और अन्य मोबाइल डिवाइस्कों के लिए भी सेकेंडरी मेमोरी के रूप में फ्लैश मेमोरी का उपयोग किया जाता है ताकि वहां पर अधिक डेटा संग्रहित किया जा सके।
निष्कर्ष
तो उम्मीद करता हूं अपनी इस आर्टिकल को पूरा पड़ा होगा और अच्छी तरीके से समझ में आ गया होगा की सेकंड मेमोरी क्या होती है मैंने इसमें बहुत ही अच्छी तरह से बताया है और बहुत सरल तरीका बताया हैअगर आपने इस आर्टिकल कोशुरू से लेकर लास्ट तक पढ़ा होगा तो आपको उम्मीद करता हूं यह आर्टिकल पढ़ने में मजा आया होगा अगर मजा आया हो तोइस आप नीचे प्यारा सा कमेंट जरुर करना.